Hamirpur Panchayat Protests: हमीरपुर जिले में नगर निगम के विस्तार को लेकर ग्रामीणों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। बलौंगनी और धलोट पंचायतों के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंचा और नगर निगम में शामिल किए जाने के विरोध में ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम में शामिल होने से गरीब परिवारों पर भारी टैक्स का बोझ पड़ेगा।
ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत व्यवस्था में लोगों की सीधी भागीदारी होती है, और विकास कार्यों में ग्रामीणों का योगदान अहम रहता है। नगर निगम के तहत शहरीकरण से ठेकेदारी प्रथा लागू हो जाएगी, जिससे उनकी सहभागिता खत्म हो जाएगी। बलौंगनी और धलोट पंचायतों के लोगों ने मांग की कि उन्हें पंचायत में ही बनाए रखा जाए।
ग्रामीणों के अनुसार, 23 नवंबर 2024 को शहरी विकास विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में साफ हुआ है कि धलोट पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांवों को नगर निगम हमीरपुर में शामिल किया जा रहा है। इससे पहले दडूही, बजूरी, गसोता और दरबैली पंचायतों के ग्रामीण भी विरोध जताते हुए उपायुक्त से मिल चुके हैं।
पंचायत भरनाग के पूर्व उपप्रधान राकेश कुमार ने कहा कि बलौंगनी गांव में ज्यादातर लोग मनरेगा मजदूरी और पशुपालन से गुजर-बसर करते हैं। नगर निगम में शामिल होने से गरीब परिवारों पर अतिरिक्त टैक्स का भारी दबाव पड़ेगा।
ज्योति देवी, जो स्थानीय निवासी हैं, ने कहा कि गरीब ग्रामीण परिवारों के लिए यह निर्णय आर्थिक रूप से मुश्किलें खड़ी करेगा। उन्होंने मांग की कि इन पंचायतों को नगर निगम से अलग रखा जाए ताकि ग्रामीण अपनी पारंपरिक व्यवस्था के तहत जीवन यापन कर सकें।